अमेठी के अस्पताल में आयुष्मान कार्ड धारक का इलाज नहीं करने का आरोप, राहुल-प्रियंका हैं ट्रस्टी, मरीज की मौत
सेहतराग टीम
अमेठी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन एवं पार्टी की महासचिव प्रियंका वाड्रा से जुड़े एक अस्पताल पर गंभीर आरोप लगा है। आरोप है कि अस्पताल ने आयुष्मान भारत कार्ड रखने के बावजूद एक गरीब मरीज का इलाज नहीं किया जिसके कारण उसकी मौत हो गई। इस मामले को अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता स्मृति ईरानी ने उठाया है। उनके ट्वीट के बाद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मामले को उठाया। हालांकि अस्पताल ने मामले से इनकार किया है। अमेठी में 6 मई को चुनाव होना है और उससे पहले ये मुद्दा तूल पकड़ गया है। मरीज के परिजनों ने अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार अमेठी के मुंशीगंज स्थित संजय गांधी चिकित्सालय पर आरोप है कि अमेठी के सरैया मुसाफिरखाना गांव के रहने वाले मरीज नन्हे लाल का इलाज आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद नहीं किया गया। 26 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका वाड्रा संजय गांधी अस्पताल के ट्रस्टी हैं।
ईरानी का ट्वीट
इस घटना की जानकारी मिलने पर अमेठी से भाजपा प्रत्याशी एवं केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को एक ट्वीट में इस अस्पताल का जिक्र करते हुए लिखा, ‘आज मैं निशब्द हूं। कोई इतना गिर सकता है, यह कभी नहीं सोचा था। एक गरीब को सिर्फ इसलिये मरने दिया, क्योंकि उसके पास मोदी का आयुष्मान कार्ड था, पर अस्पताल राहुल गांधी का था। अस्पताल के ट्रस्टी राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जवाब दें। एक निर्दोष को क्यूं मार दिया गया?’
ईरानी के इस ट्वीट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्वालियर में एक चुनावी रैली में इस मसले को उठाया।
अस्पताल का पक्ष
इस सारे विवाद पर अस्पताल के निदेशक कैप्टन सूरज महेंद्र चौधरी ने रविवार को कहा कि ये इल्जाम पूरी तरह निराधार और राजनीति से प्रेरित है। चौधरी ने दावा किया कि अमेठी के सरैया मुसाफिरखाना गांव का रहने वाला मरीज नन्हे लाल 25 अप्रैल की रात करीब 11 बजे संजय गांधी अस्पताल में इलाज के लिए आया था। अत्यधिक शराब पीने के कारण उसका लीवर फेल हो गया था और उसकी हालत बेहद खराब थी। उन्होंने कहा कि नन्हे लाल के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड नहीं था, फिर भी उसका इलाज शुरू किया गया और कहा गया कि अगर कार्ड हो तो मंगवा लेना। लेकिन 26 अप्रैल की सुबह उसकी मौत हो गई। अब स्मृति ईरानी द्वारा आज इस मामले को लेकर गलत आरोपों वाला ट्वीट किया जाना समझ से परे है।
क्या कहते हैं परिजन
हालांकि चौधरी के दावे की हवा नन्हे लाल के परिजनों ने निकाल दी है। नन्हे लाल के परिजनों का आरोप है कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कार्ड होने के बाद भी संजय गांधी अस्पताल में उसका मुफ्त इलाज नहीं किया गया।
पीएम का ट्वीट
इसके बाद, भाजपा के आधिकारिक टि्वटर हैंडल से किए गए ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हवाले से कहा गया, ‘अमेठी में एक अस्पताल है। इस अस्पताल के ट्रस्टी नामदार परिवार के सदस्य हैं। कुछ दिन पहले इस अस्पताल में मौत से लड़ाई लड़ रहा एक गरीब आयुष्मान कार्ड लेकर अपना इलाज कराने गया तो उससे कहा गया कि ये मोदी का अस्पताल नहीं, जहां आयुष्मान कार्ड चल जाए।’
इसी के बाद किए गए दूसरे ट्वीट में प्रधानमंत्री के ही हवाले से कहा गया, ‘दुख की बात तो ये है कि इलाज से इनकार करने पर अमेठी का वो गरीब आज इस दुनिया में नहीं है। उस गरीब की मृत्यु के गुनहगारों को सजा मिलनी चाहिये।’
इन आरोपों पर अस्पताल के मैनेजर भोलानाथ तिवारी ने कहा कि स्मृति ईरानी ने अमेठी में मतदान से एक दिन पहले सियासी लाभ के लिए घटना के 9 दिन बाद नन्हे लाल को सियासत का मोहरा बनाया और लाश पर राजनीति की।
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